US Share Market: ट्रंप की तरफ से दी गई राहत के बाद निवेशकों का मनोबल बढ़ा. बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच बाजार में आई अस्थिरता के उलट यह कदम वित्तीय बाजारों में आशा की नई किरण लेकर आया.
Trump Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 90 दिन के लिए टैरिफ पॉलिसी को रोक दिया है. लेकिन उन्होंने इससे चीन को राहत नहीं दी है. दुनियाभर में लगातार गिरते शेयर बाजार के लिए ट्रंप की इस घोषणा ने बूस्टर का काम किया. ट्रंप की तरफ से दी गई राहत के बाद निवेशकों का मनोबल बढ़ा. बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच बाजार में आई अस्थिरता के उलट यह कदम वित्तीय बाजारों में आशा की नई किरण लेकर आया. नए टैरिफ और व्यापारिक नीतियों पर विवाद के बावजूद टैरिफ पर लगाई गई रोक से निवेशकों के बीच भरोसा मजबूत हुआ.
तीन प्रमुख सूचकांकों में तेजी देखने को मिली
अमेरिकी स्टॉक मार्केट में इस घोषणा के बाद भारी उछाल आया. तीन प्रमुख सूचकांकों में तेजी देखने को मिली. डाव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 7.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 40,608.45 अंक तक पहुंच गया. इसके साथ ही एसएंडपी 500 इंडेक्स में 9.5 प्रतिशत की तेजी आई और यह 5,456.90 अंक पर समाप्त बंद हुआ. बाजार की चाल से साफ दिखाई दिया कि निवेशकों ने ट्रंप की तरफ से की गई घोषणा पर पॉजिटिव रिस्पांस दिया.
अमेरिकी मार्केट में नई लहर देखने को मिली
टैरिफ वॉर को कुछ समय के लिए रोकने का फैसला लेते ही अमेरिकी मार्केट में नई लहर देखने को मिली. शाम के समय जैसे ही ट्रंप ने यह ऐलान किया, डाव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में तेजी के साथ बढ़ोतरी हुई. नास्डैक ने 8.75 प्रतिशत और एसएंडपी 500 ने 7.07 प्रतिशत की रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की. इसके अलावा गोल्ड की कीमत में भी 3.22 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई. ट्रंप के इस फैसले से निवेशकों के बीच फिर से भरोसा कायम हो रहा है.
चीन पर 125 प्रतिशत तक बढ़ाया गया टैरिफ
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बारे में घोषणा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर की. उन्होंने अपने पोस्ट में चीन पर ग्लोबल मार्केट के प्रति ‘असम्मान’ दिखाने का आरोप लगाया. साथ ही अमेरिका की तरफ से चीन पर लगाए जा रहे टैरिफ को 125% तक बढ़ाने की बात कही. ट्रंप ने यह साफतौर पर मैसेज दिया कि कई देशों ने अमेरिका के वाणिज्य, खजाना और वाणिज्य प्रतिनिधियों से बात करके व्यापार, टैरिफ, मुद्रा हेरफेर और अन्य असमान व्यापारिक नीतियों पर बातचीत की मांग की है.
टैरिफ विराम की घोषणा का बाजार में दिखा असर
उन्होंने बताया इन देशों ने किसी भी तरह के प्रतिशोध की योजना नहीं बनाई है. इसके चलते अमेरिका ने 90 दिन के लिए टैरिफ पर रोक लगाने और 10% के कम टैरिफ दर की अनुमति दी. इस कदम से वे चाहते थे कि इंटरनेशनल ट्रेड में शांति का माहौल बने और देशों के बीच बातचीत शुरू हो सके. टैरिफ विराम की घोषणा का असर सीधे तौर पर बाजार में देखा गया. निवेशकों के बीच आशा की भावना ने पहले से चल रहे व्यापारिक तनाव और अनिश्चितता को कम कर दिया.
किसी भी बड़े उतार-चढ़ाव की चिंता कम हो गई
ट्रंप की तरफ से की गई घोषणा से बाजार के प्रमुख सूचकांकों में तेज उछाल देखा गया. इससे यह साफ हुआ कि बाजार तेजी से स्थिरता की ओर अग्रसर हो रहा है. इसके साथ ही बाजार की अस्थिरता को मापने वाला वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) 32.22 प्रतिशत तक गिर गया. VIX में इस गिरावट का मतलब यह है कि निवेशकों को नजदीकी भविष्य में किसी भी बड़े उतार-चढ़ाव की चिंता कम हो गई.
निवेशकों ने पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखने के लिए सोने और तेल जैसे निवेश विकल्पों में भी बदलाव देखे. सोने की कीमतों में 3.22 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह प्रति औंस 3,086.60 डॉलर तक पहुंच गई. तेल की कीमत में भी मामूली इजाफा देखा गया, जिससे यह साफ हुआ कि व्यापार और आर्थिक गतिविधियां फिर से तेजी पकड़ रही हैं. तेल के दाम में 1.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और कीमत 60.59 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई.
Source : https://zeenews.india.com/hindi/business/us-stock-market-dow-jones-surges-2900-points-s-and-p-500-posts-biggest-gain-since-2008/2711853