DCX Systems का शेयर इश्यू प्राइस की तुलना में 38 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है. हर शेयर में निवेशकों को 79 रुपये का मुनाफा हुआ है.
DCX Systems IPO Listing Today: बंगलुरू बेस्ड केबल्स और वायर हारनेस एसेंबलीज मैन्युफैक्चरिंग कंपनी डीसीएक्स सिस्टम्स (DCX Systems) के आईपीओ (IPO) की आज यानी 11 नवंबर को शेयर बाजार में जोरदार लिस्टिंग हुई है. शेयर इश्यू प्राइस की तुलना में 38 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है. आईपीओ के लिए अपर प्राइस बैंड 207 रुपये था, जबकि यह बीएसई पर 286 रुपये पर लिस्ट हुआ. यानी हर शेयर में लिस्टिंग पर निवेशकों को 79 रुपये का मुनाफा हुआ है. आज शेयर बाजार में जोरदार रैली का भी फायदा इसे मिला है. सवाल यह है कि लिस्टिंग पर हाई रिटर्न मिलने के बाद शेयर बेच दें या और मुनाफे के लिए बने रहें.
निवेशकों से मिला था अच्छा रिस्पांस
DCX Systems के आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था. इसमें 75 फीसदी कोटा संस्थागत निवेशकों के रिजर्व रखा गया था और यह हिस्सा 84.32 गुना भरा है. 15 फीसदी कोटा गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व था और यह हिस्सा 43.97 गुना भरा है. जबकि 10 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया था और यह 61.77 गुना भरा है. 1.45 करोड़ इक्विटी शेयरों के ऑफर की तुलना में इसे 101.27 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं.
मुनाफा वसूली करनी चाहिए?
Swastika Investmart Ltd. के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर का कहना है कि निवेशकों को लिस्टिंग पर अच्छा खासा रिटर्न मिला है, उन्हें मुनाफा वूसली करनी चाहिए. सिर्फ एग्रेसिव निवेशक ही इसे लंबी अवधि के लिए रखें. लिस्टिंग गेंस के लिए निवेश किया था तो 245 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाकर रखें.
कंपनी के साथ क्या हैं पॉजिटिव और निगेटिव?
प्रवेश गौर का कहना है कि ग्लोबल लेवल पर डिफेंस पर सरकार खर्च बढ़ा रही है. घरेलू लेवल पर मैन्युफैक्चरिंग पर भारत सरकार का फोकस है. वहीं मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं के चलते भारतीय डिफेंस सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में बढ़ोतरी का अनुमान है. इंपोर्ट पर प्रतिबंधों से भी घरेलू कंपनियों को फायदा होगा. DCX Systems लीडिंग भारतीय ऑफसेट पार्टनर्स (IOP) में से एक है और रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक सब-सिस्टम और केबल हार्नेस के निर्माण के लिए टॉप भारतीय कंपनियों में शामिल है.
उनका कहना है कि कंपनी को लेकर कुछ कंसर्न भी हैं. जैसे कुछ खास ग्राहकों पर उच्च निर्भरता, इंडस्ट्री का रेगुलेटेड नेचर, लो र्जिन से अधिकांश राजस्व, हाई डेट टु इक्विटी और हाई वर्किंग कैपिटल की जरूरत. हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (ईएमएस), केबल हार्नेस, एमआरओ और ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे हाई-मार्जिन और हाई ग्रोथ वाले वर्टिकल में कंपनी की विस्तार योजना कुछ चिंताओं को कम करती है.
कंपनी के कैसे हैं फाइनेंशियल
DCX Systems का रेवेन्यू 2019-20 में 449 करोड़ रुपये था जो 56.64 फीसदी बढ़कर 2021-22 में बढ़कर 1102 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी का आर्डर बुक मार्च 2020 को 1941 करोड़ रुपये था जो 31 मार्च 2022 को बढ़कर 2369 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है.
Source: https://www.financialexpress.com/hindi/business-news/dcx-systems-stock-listing-today-investors-get-high-return-at-debut-what-should-do-sell-or-hold-this-share-for-long-term/2805472/