ट्विटर और फेसबुक की पेरेंट कम्पनी मेटा के बाद अब फूड एग्रीगेटर Zomato ने भी कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान कर दिया है.
Zomato Announcement : वैश्विक स्तर पर भारत के बाजार में आई अस्थिरता का असर निजी क्षेत्र पर साफतौर पर दिखने लगा है. ट्विटर और फेसबुक की पेरेंट कम्पनी मेटा के बाद अब फूड एग्रीगेटर Zomato ने भी कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान कर दिया है. Zomato की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी अपने कर्मचारियों के 3 प्रतिशत तक की छंटनी करेगी. फूड एग्रीगेटर ऐप जोमैटो ने करीब 100 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना लिया है. ये कर्मचारी कंपनी के अलग-अलग विभाग में अपना योगदान दे रहे हैं, जैसे प्रोडेक्ट, टेक, कैटलॉग और मार्केटिंग. कंपनी के कुल वर्कफोर्स में से करीब 3 प्रतिशत लोगों की छुट्टी करने का इरादा है.
जोमेटो में छंटनी की ताजा खबर ऐसे समय में आई है, जब कंपनी के मैनेजमेंट में लगातार इस्तीफे हो रहे हैं. बीते शुक्रवार को ही कंपनी के को-फाउंडर मोहित गुप्ता ने अपने पद को छोड़ दिया था. बीते कुछ दिनों में Zomato के मैनेजमेंट में यह तीसरा इस्तीफा था. इसी सप्ताह कंपनी के न्यू इनिशिएटिव हेड राहुल गंजू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके अलावा इंटरसिटी लीजेंड्स सर्विसेज के हेड सिद्धार्थ झावर ने एक सप्ताह पहले कंपनी छोड़ दी थी.
कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि फूड-ऑर्डरिंग ऐप Zomato ने नियमित प्रदर्शन-आधारित छंटनी के हिस्से के रूप में अपने कर्मचारियों की संख्या में 3 प्रतिशत तक की कटौती की है. हमारे कार्यबल के 3 प्रतिशत से कम का नियमित कर्मचारियों के प्रदर्शन को लेकर मंथन होता रहा है, इससे ज्यादा कुछ नहीं है, सभी कार्यों में कम से कम 100 कर्मचारी प्रभावित हुए हैं, यह प्रक्रिया पिछले दो सप्ताह से चल रही है.
खराब प्रदर्शन वालों की जा सकती है नौकरी
बता दें कि जोमैटो के फाउंडर और सीईओ दीपेंदर गोयल ने पिछले दिनों इस बात के संकेत दे दिए थे कि कंपनी के जो सेंगमेंट अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, उनमें नौकरियां खत्म की जा सकती है. दरअसल, जोमैटो इन दिनों कई बड़े बदलावों से गुजर रहा है. हाल ही में कंपनी ने ऐलान किया था कि यूएई में उनकी डिलीवरी सेवाएं बंद हो जाएंगी. बताया गया था कि वहां रह रहे लोगों के ऑर्डर को किसी दूसरे ऐप पर ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
सह-संस्थापक भी देंगे इस्तीफा
जोमैटो के सह-संस्थापक मोहित गुप्ता ने कल इस्तीफा देने की घोषणा की है. बाजारों के लिए एक नोट में एक विदाई संदेश संलग्न किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह जोमैटो में लंबे समय तक एकमात्र निवेशक बने रहेंगे. जोमैटो ने पिछले गुरुवार को दूसरी तिमाही में कम नुकसान की सूचना दी. ऑनलाइन ऑर्डर में निरंतर वृद्धि से मदद मिली. कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि 30 सितंबर को समाप्त तीन महीनों के लिए समेकित शुद्ध घाटा 2.51 अरब रुपये था, जबकि एक साल पहले यह 4.30 अरब रुपये था. वहीं परिचालन से राजस्व 10.24 बिलियन रुपए से बढ़कर 16.61 बिलियन रुपए हो गया.
मंदी के चलते हो रही छंटनी
वैश्विक स्तर पर मंदी के चलते आईटी समेत दूसरे सेक्टर में छंटनी हो रही है. बीते दिनों फेसबुक की पैरेंट कंपनी- मेटा ने 11000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की बात कही थी. इसके अलावा अमेजन, ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट समेत कई कंपनियां छंटनी कर रही हैं. भारत में बायजू् और अनएकेडमी जैसे स्टार्टअप्स भी छंटनी का ऐलान कर चुकी हैं.
Source: https://www.business-standard.com/article/companies/works-under-sbm-to-attract-gst-if-not-done-for-govts-authorities-aar-122111800225_1.html