आज बसंत पंचमी के दिन मां शारदा की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। यदि आप सच में मां सरस्वती की कृपा पाना चाहते हैं, तो आज के दिन उनकी द्वादश नामावली का पाठ अवश्य करें। इसमें उनके 12 नाम बताए गए हैं। उनका यह पाठ करने से कार्यक्षेत्र में अपार उन्नति मिलेगी और ज्ञान-विवेक में वृद्धि भी होगी।
Basant Panchami 2024: 14 फरवरी 2024 आज के दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। इसी के साथ ज्ञान, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा भी आज के दिन की जाएगी। मां शारदा की कृपा जिस पर होती है वह जीवन में अपने ज्ञान और विवेक के बल पर सब कुछ प्राप्त कर लेता है। यदि आप भी जीवन में अपार सफलता पाना चाहते हैं, तो आज मां सरस्वती के द्वादश नामावली का पाठ अवश्य करें। इस पाठ में मां सरस्वती के 12 प्रकार के नाम हैं जिसे पढ़ने और उसका पाठ करने से देवी सरस्वती शीघ्र प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद बरसाती हैं। आज के दिन इस पाठ को करना आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा।
मां सरस्वती द्वादश नामावली पाठ
मां सरस्वती द्वादश नामावली में देवी मां के 12 नाम बताए गएं हैं। इस स्त्रोत के पाठ को आज के दिन करने से विद्या,बुद्धि और दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है। इस द्वादश नामावली में देवी के विभिन्न गुणों और शक्तियों का वर्णन किया गया है।
प्रथमं भारती नाम, द्वितीयं च सरस्वती।
तृतीयं शारदा देवी, चतुर्थं हंसवाहिनी॥
पञ्चमं जगती ख्याता, षष्ठं वागीश्वरी तथा।
सप्तमं कौमुदी प्रोक्ता, अष्टमं ब्रहचारिणी॥
नवमं बुद्धिदात्री च, दशमं वरदायिनी।
एकादशं चन्द्रकान्तिः, द्वादशं भुवनेश्वरी॥
द्वादशैतानि नामानि त्रिसन्ध्यं यः पठेन्नरः।
जिह्वाग्रे वसते नित्यं ब्रह्म रूपा सरस्वती॥
मां सरस्वती के 12 नामों की महिमा
- भारती- विद्या और वाणी की देवी।
- सरस्वती- ज्ञान और कला प्रदान करने वाली देवी।
- शारदा- शिक्षा और ज्ञान की देवी।
- हंसवाहिनी- हंस जिनका वाहन है।
- जगतीख्याता- संसार को प्रसिद्धि प्रदान करने वाली देवी।
- वाणीश्वरी- वाणी और भाषा की देवी, जो वाणी प्रदान करती हैं।
- कौमारी- यह देवी मां के कुमारी रूप को दर्शाता है।
- ब्रह्मचारिणी- ब्रह्मचर्य का पालन करने वाली देवी।
- बुद्धिदात्री- बुद्धि और अपार ज्ञान का भंडार प्रदान करने वाली देवी।
- वरदायिनी- ज्ञान का वरदान देने वाली देवी।
- चंद्रकांति- चंद्रमा के समान प्रकाशित होने वालीं और मन को शांति प्रदान करने वाली देवी का स्वरूप।
- भुवनेश्वरी- देवी मां जो सर्वोच्च स्वरूपा हैं।
मां सरस्वती द्वादश नामावली स्तोत्र के पाठ का महत्व
- देवी सरस्वती ज्ञान और विद्या का वरदान प्रदान करने वाली देवी हैं, इसलिए उनके द्वादश नामावली का पाठ करने से ज्ञान और विद्या में वृद्धि होती है।
- पढ़ाई लिखाई कर रहे विद्यार्थियों और अपने कार्यक्षेत्र में उन्नति पाने या परीक्षा में पास होने के लिए बसंत पंचमी पर देवी मां के इन 12 नामों का जाप करने से स्मरण शक्ति प्रबल होती है।
- साथ ही इस द्वादश नामावली के पाठ से वाणी भी प्रभावशाली होती है। अतः यह वाणी में ओज प्रदान करने वाला पाठ है।
SOURCE : https://www.indiatv.in/religion/festivals-basant-panchami-2024-do-maa-saraswati-dwadash-namavali-path-glory-of-12-names-blessed-with-knowledge-and-wisdom-2024-02-14-1023524