मध्यप्रदेश में उज्जैन के महाकाल लोक से 5जी सेवा की शुरुआत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने त्रिवेणी संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में जियो की इस सेवा का आगाज किया। फिलहाल ये सुविधा सिर्फ महाकाल लोक (महाकाल मंदिर परिसर) में ही मिलेगी। CM ने कहा कि जनवरी से यह सेवा इंदौर में भी मिलने लगेगी।
इसके साथ ही महाकाल लोक प्रदेश का पहला ट्रू 5जी और जियो ट्रू5जी पावर्ड वाई-फाई कॉरिडोर बन गया। इस मौके से CM ने कहा कि मध्यप्रदेश में आज क्रांति का दिन है। यहां वाईफाई के जरिए 1GB तक 5जी नेटवर्क का फ्री लाभ मिल सकेगा। कार्यक्रम के दौरान कंपनी ने जियो कम्युनिटी क्लिनिक और AR-VR डिवाइस जियो ग्लास का डेमो भी दिया। CM ने भी इस डिवाइस को आंखों पर लगाकर यूज किया।
जियो कंपनी ने महाकाल मंदिर, प्रशासनिक कार्यालय, महाकाल लोक और सरफेस पार्किंग तक जियो के टावर इंस्टॉल किए हैं। इससे यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को 5G सर्विस का सीधा फायदा मिलेगा। कंपनी का दावा है कि अगले 30 दिन के अंदर इंदौर में भी 5जी सुविधा की शुरुआत हो जाएगी। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और जियो कंपनी के अफसर मौजूद रहे।
जियो ग्लास क्या है?
जियो ग्लास मिक्स्ड रियलिटी आधारित डिवाइस है। इसमें ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी का मिश्रण है। इसका उद्देश्य वर्चुअल स्पेस को 3डी अवतार, होलोग्राफिक कंटेंट और यहां तक कि सामान्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाओं का उपयोग करके इसे और अधिक इंटरैक्टिव बनाना है। जियो ग्लास वर्चुअल स्पेस में बेहतर बातचीत करने के लिए 3D अवतार का उपयोग करता है। इसमें ऑडियो और माइक की भी सुविधा है। जियो ग्लास को फोन से भी कनेक्ट कर सकते हैं। अलग-अलग ऐप के जरिए इसका उपयोग वीडियो देखने, शिक्षा,कृषि खरीदारी, गेमिंग, मैन्युफैक्चरिंग, डिजाइनिंग उद्योग में हो सकता है।
इसमें 25 से ज्यादा ऐप बिल्ड होंगे
जियो ग्लास में स्पीकर और बैटरी लगी होती है। ये 5G सर्विसेस में ही काम करने वाला है। इसमें 25 से ज्यादा ऐप बिल्ड होंगे। ये वीडियो मीटिंग में रियल्टी का अनुभव देगा। ये HD वीडियो सहित सभी प्रकार के ऑडियो फार्मेट को सपोर्ट करेगा। कटेंट शेयरिंग के साथ एक बड़े वर्चुअल स्क्रीन में देखने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकेगा।
CM बोले- रिश्वत हो जाएगी बंद, सब काम होंगे ऑनलाइन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार हर सेवा को डिजिटल स्वरूप देगी। अब हर कार्य में पेट पूजा (रिश्वत लेना) होना बंद हो जाएगी। ऑनलाइन कर देंगे, तो कोई भ्रष्टाचारी हिम्मत नहीं जुटा पाएगा। गुड गवर्नेंस के लिए और जियो की 5G सेवाएं उपयोगी साबित होगी।
1000 mbps स्पीड मिलेगी
मध्यप्रदेश में सबसे पहले 5G नेटवर्क की शुरुआत उज्जैन के महाकाल मंदिर से हुई है। यहां आने वाले जिन लोगों के पास 5जी मोबाइल की सुविधा होगी, उनको 1000 mbps तक की स्पीड मिलने लगेगी। महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को वाई फाई के द्वारा सभी मोबाइल हैंडसेट पर यह सुविधा मिलेगी। कंपनी का मानना है कि श्रद्धालु 2 या 3 घंटे मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में रहें, तो 1GB डेटा उनके उपयोग के लिए बहुत है।
नेटवर्क की दिक्कत से मिलेगी निजात
महाकाल मंदिर में 5जी सेवा शुरू होने से नेटवर्क में होने वाली परेशानियों से श्रद्धालुओं को निजात मिलेगी। दरअसल, त्योहार के दिनों में और बीते 2 महीनों से लगातार लाखों की तादाद में श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुंच रहे हैं। ऐसे में एक ही मोबाइल टावर पर लोड बढ़ने से नेटवर्क की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि 5G के बाद पूरे महाकाल परिसर में नेटवर्क की दिक्कत खत्म हो जाएगी। साथी महाकाल मंदिर के इंटरनेट से चलने वाले इंस्ट्रूमेंट भी बिना रुके काम कर सकेंगे।
वाई फाई से कॉलिंग की सुविधा भी
5G सर्विस से इंटरनेट एक्सेस करने की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही वाईफाई से कॉलिंग भी की जा सकेगी। अभी यह सुविधा महाकाल लोक में ही शुरू की गई है। उज्जैन शहर में इस सुविधा के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है।
इन शहरों में शुरू हो चुकी है 5G सर्विस
इससे पहले जियो ने 25 नवंबर को गुजरात के 33 डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर में अपनी जियो ट्रू 5G सर्विस शुरू की थी। गुजरात से पहले पिछले महीने पुणे और दिल्ली के बाद NCR के दूसरे शहरों गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में जियो ट्रू 5G सर्विस शुरू की गई थी। इसके अलावा मुंबई, कोलकाता, वाराणसी, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु और नाथद्वारा में रिलायंस जियो अपनी ट्रू-5G सर्विस पहले ही शुरू कर चुका है। रिलायंस जियो ने फेस्टिव सीजन में देश में अपनी 5G सर्विस की शुरुआत की थी। अब कंपनी का प्लान दिसंबर 2023 तक देश के कोने-कोने में 5G सर्विस शुरू करने का है।
क्या होता है इंटरनेट का ‘G’ जेनरेशन?
इंटरनेट को लेकर यूज होने वाले ‘G’ का मतलब जेनरेशन होता है। जैसे पहले जेनरेशन के इंटरनेट को 1G कहते हैं। साल 1979 में शुरू हुए इंटरनेट को 1G जेनरेशन कहा गया था, जिसका 1984 तक दुनिया भर में विस्तार हुआ था। इसी तरह 1991 में 2G इंटरनेट लॉन्च हुआ। 1G की तुलना में 2G इंटरनेट की ज्यादा स्पीड थी। एक तरफ जहां 1G की स्पीड 2.4 Kbps थी, वहीं 2G इंटरनेट की स्पीड अब बढ़कर 64 Kbps हो गई। इसके बाद 1998 में पहली बार 3G, 2008 में 4G और 2019 में 5G इंटरनेट लॉन्च हुआ। भले ही 2019 में 5G इंटरनेट लॉन्च हो गया हो, लेकिन भारत में यह अब शुरू होने वाला है।
5G इंटरनेट क्या और कैसे 4G से अलग है?
इंटरनेट नेटवर्क की पांचवीं जेनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। इसमें मुख्य रूस से तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
- लो फ्रीक्वेंसी बैंड- एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 mbps, इंटरनेट स्पीड कम
- मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 gbps, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा
- हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 gbps, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा है।
Source: https://money.bhaskar.com/local/mp/ujjain/news/5g-will-start-from-ujjain-in-madhya-pradesh-from-today-latest-news-and-updates-130677603.html